बस्ती । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कोरोना वायरस और लॉकडाउन को लेकर देश को संबोधित किया। उन्होंने देशवासियों को हुई असुविधा, कठिनाई के लिए माफी मांगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं आपकी दिक्कतें समझता हूं लेकिन भारत को इस वायरस से जीतने के लिए ये कदम उठाने जरूरी थे। प्रधानमंत्री ने कुछ डॉक्टरों से भी बात की और उनकी सराहना की। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मचारियों को रीयल लाइफ हीरो बताया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने उन कोरोना संदिग्धों और पीड़ितों के साथ लोगों द्वारा किए जाने वाले भेदभाद पर खेद जताया। उन्बोंने कहा कि हमें ससामाजिक दूरी को कम करना है और भावनात्मक दूरी को घटाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में देश को संबोधित किया। इसमें प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वायरस को मात देने वाले आगरा के अशोक कपूर से बात की। जूता कारोबारी ने कोरोना पर जीत का अनुभव प्रधानमंत्री से साझा किया। साथ ही आगरा के स्वास्थ्यकर्मियों और स्टाफ का आभार जताया।
जूता कारोबारी अशोक कपूर ने कहा कि मैं और मेरे परिवार के छह लोग कोरोना संक्रमित हो गए थे। हमें आगरा से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल एंबुलेंस से भेजा गया। अस्पताल में हम लोग अलग-अलग छह कमरों में 14 दिन तक रहे। चिकित्सक और स्टाफ के निर्देशों का पालन करते-करते हम सही हो गए। चिकित्सकों और अन्य स्टाफ ने हमारा ख्याल रखा।
परिवार की दीर्घायु की कामना
लोगों को कर रहे जागरूक
स्वस्थ होकर आए जूता कारोबारी और उनका परिवार अब लोगों को जागरूक कर रहा है। उनका कहना है कि कोरोना वायरस से घबराने की कतई जरूरत नहीं है। हमारी सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने इसकी रोकथाम और इलाज के पुख्ता इंतजाम किए हैं। सावधानी बरतें और बेवजह इस वायरस के लिए घबराहट का माहौल न बनाएं।
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