भारत में कोरोना वायरस के स्टेज 3 आने का डर बढ़ गया ! योगी सरकार ने की एक हजार बसों की व्यवस्था

 भारत में कोरोना वायरस (कोविड-19) के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। केवल एक दिन में ही 100 से ज्यादा पॉजिटिव मामलों की पुष्टि हो गई है। जिसके बाद भारत में संक्रमित लोगों की कुल संख्या 904 हो गई है, जबकि इस महामारी से 21 लोगों की मौत भी हुई है। इस बीच भारत में कोरोना वायरस के स्टेज 3 आने का डर बढ़ गया है। द क्विंट की रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 हॉस्पिटल टास्क फोर्स के संयोजक डॉक्टर गिरधर ज्ञानी ने कहा है, 'इसे हम स्टेज 3 कह रहे हैं। आधिकारिक तौर पर हम ऐसा नहीं कह सकते। ये तीसरी स्टेज की शुरुआत है।'


मजदूर वर्ग से जुड़े लोग पैदल यात्रा न करें, आपके साथ बीमारी फ़ैल सकती है और आपके कारण और तमाम लोगों केस्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ सकता है.                             सरकार आपकी मदद के लिये पूरी तरह से संवेदनशील है-मुख्यमंत्री योगी 


उत्तर प्रदेश में  लॉकडाउन का आज चौथा दिन है और तमाम प्रयासों के बाद आज भी हजारों की संख्या में भूखे-प्यासे श्रमिक मीलों का सफर तय कर अपने गंतव्य (घर) तक पहुंचेने की कोशिश कर रहे है। वहीं, दिल्ली-राजस्थान और हरियाणा आदि से यूपी और बिहार जाने वाले मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए योगी सरकार ने एक हजार बसों की व्यवस्था की है। इसके लिए शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने परिवहन अधिकारियों के साथ बैठक की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार देर रात रातभर जागकर नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, हापुड़ आदि इलाकों में 1000 से ज्यादा बसें लगाकर इनको गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था कराई। वहीं, लखनऊ के चारबाग से यात्रियों की सुविधा के लिए बस की व्यवस्था की गई है। ताकि हर कोई अपने गंतव्य तक पहुंच सके। कानपुर, बलिया, बनारस, गोरखपुर, आजमगढ़, फैजाबाद, बस्ती, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, अमेठी, रायबरेली, गोंडा, इटावा, बहराइच, श्रावस्ती ऐसे कई जिलों की बसें यात्रियों को बैठाकर भेजी गई हैं। वहीं डीजीपी और सीपी लोगों को खाने और पानी व्यवस्था भी कर रहे हैं।
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में रह रहे लोगों के साथ विभिन्न राज्यों में रह रहे यूपी के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि 'वे जहां हैं, वहीं रूके रहें। सरकार उनकी पूरी सुविधा का ध्यान वहीं रखेगी। उनके सामने कोई समस्या न आये इस पर सरकार का पूरा फोकस है। 21 दिनों का ये लॉकडाउन आपके और आपके परिवार के साथ पूरे समाज और देश के उत्तम स्वास्थ्य और सुरक्षित भविष्य के लिये अत्यंत आवश्यक है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि 'मजदूर वर्ग से जुड़े लोग पैदल यात्रा न करें। आपके साथ बीमारी फ़ैल सकती है और आपके कारण और तमाम लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ सकता है। सरकार आपकी मदद के लिये पूरी तरह से संवेदनशील है।


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